Subha Shaam Lyrics – Aditya Rikhari
Subha Shaam Lyrics - Aditya Rikhari
जाना सुबह शाम तू बस सुबह हो शाम तू, है जो सीने में मेरे इस दिल का नाम तू, कब रात कब सुबह कुछ होश भर नहीं, तू ही आखरी मेरा मेरा पहला जाम तू.
जाना सुबह शाम तू बस सुबह शाम तू, जाना सुबह हो शाम तू.
जाना सुबह शाम तेरी हसरतें, ना है आराम बस करवट, ये दरमियान है क्यों सरहदें, क्यों हम बंधे तू मेरे.
पास पास आ मैं थाम लूं, हर सांस सांस आ आराम दूं, तू करीब आके कान में मेरे, मेरी जान मांग ले तो जान दूं.
एक बार सर झुका तुझे मांग तो लू मैं, इस जलते दिल को अब बस एक आराम तू.
जाना सुबह शाम तू बस सुबह शाम तू, है जो सीने में मेरे इस दिल का नाम तू, कब रात कब सुबह कुछ होश भर नहीं, तू ही आखरी मेरा मेरा पहला जाम तू.
जो आरजू है तू ही तू है, तू ही तू है तू ही तू है, जो जुस्तजू है तू ही तू है, तू ही तू है तू ही तू है.
तू ही तू काफी है तू ही तू बाकी है, तू ही मै खाना है तू ही तू साकी है, ले तेरे हाथों में चाहे तू खंजर भी, रख मेरे सीने पर तुझको तो माफी है.
तुझे देखने तो दे बस एक झलक मुझे, बिन तेरी जिंदगी का इंतेज़ाम तू.
जाना सुबह शाम तू बस सुबह शाम तू, है जो सीने में मेरे इस दिल का नाम तू, कब रात कब सुबह कुछ होश भर नहीं, तू ही आखरी मेरा मेरा पहला जाम तू.
Song Credits
Song: Subha Shaam
Artist: Aditya Rikhari
Actor: Aditya Rikhari
Lyricist: Aditya Rikhari
Musician: Teddy
Label: Aditya Rikhari